Gonda Police ने अमानवीयता दिखाते हुए मृतका के पिता को आदेश दिया कि ठेलिया पर शव रखकर थाने ले आए।
स्टोरी हाईलाइट्स
गोंडा पुलिस ने ठेलिया पर ढुलवाया बेटी का शव
पिता ने 3 किमी तक खींचा बेटी का शव
दो पुलिसवाले लाइन हाजिर
उत्तर प्रदेश के गोंडा (Gonda Police) में एक पिता पर बेटी के मरने से गमों का पहाड़ टूटता है। अपनी बेटी के मरने के बाद पिता अभी संभल भी नहीं पाया था। लेकिन गोंडा पुलिस ने इस पिता को ऐसा आदेश दिया, जिससे उस पिता की परेशानी कई गुना बढ़ जाती है। इस पूरी घटना में गोंडा पुलिस ने केवल मानवता को शर्मसार किया है, बल्कि खाकी को भी बदनाम किया है।
ठेलिया पर ढुलवाया पिता से बेटी का शव
गोंडा की सड़कों पर एक आदमी ठेलिया पर शव ले जा रहा था। आसपास के लोगों ने जब उस आदमी से इस बारे में पूछा तो गोंडा पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया। दरअसल यह पूरा मामला गोंडा के कर्नलगंज थाना इलाके के सोनवार गडरियनपुरवा की है। जहां एक तालाब में एक लड़की का शव तैरता मिला था। जिसके बाद पुलिस ने इस गरीब पिता को ऐसे आदेश दिए कि इंसानियत ही शर्मसार हो गई।
Gonda Police ने किया इंसानियत को शर्मसार
नियमों की मानें तो इस तरह के केस में पुलिस का कर्तव्य होता है कि वो विभागीय वाहन में शव को थाने या फिर पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाए। लेकिन Gonda Police ने अमानवीयता दिखाते हुए मृतका के पिता को आदेश दिया कि ठेलिया पर शव रखकर थाने ले आए। मजबूर पिता के सामने कोई भी चारा नहीं था। फिर उसने ठेलिये पर अपनी बेटी का शव रखा और अपने घर के एक सदस्य के साथ मिलकर तीन किलोमीटर तक शव को ढोया।
मीडिया ने किया मामले को उजागर
जब यह मामला मीडिया में पहुंचा तब गोंडा पुलिस जागी। फिर क्या था, आनन फानन में उन्होंने शव वाहन का इंताजम किया और शव को थाने ले गए। इतना ही नहीं, उनके बात करने का तरीका भी पूरी तरह से बदल गया। मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने पूरे मामले को ही बदलने की कोशिश की।
लाइन हाजिर होने के आदेश
वहीं जब इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस के आलाधिकारियों तक पहुंची। तब गोंडा पुलिस के आलाधिकारों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संवेदनहीन उप निरीक्षक सुनील सिंह और आरक्षी बिंद्रश कुमार को लाइन हाजिर किया। अब गोंडा पुलिस के आलाधिकारी इस पूरे मामले की जांच करेंगे। फिर, दोनों पुलिस वालों के दोषी पाए जाने पर उन्हें उचित सजा भी दी जाएगी।