लखनऊः देशभर में रोजगार एक बड़ा मुद्दा है. हर राज्य में अक्सर युवा सरकार से रोजगार के लिए मांग करते हुए विरोध प्रदर्सन करते हुए दिख जाते है. ये सिलसिला उत्तर प्रदेश में देखने को मिलता है. लेकिन सूबे की Yogi सरकार ने अब इससे निपटने की तैयारी कर ली है. जिसको लेकर शनिवार यूपी सरकार ने एक बड़ा एलान किया है. उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के लोगों के सामाजिक और आर्थिक स्थिति के सटीक आकलन के लिए परिवार कार्ड बनाने जा रही है. जिसे आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा. इस परिवार कार्ड के जरिए Yogi सरकार सूबे के हर परिवार में कम से कम एक सदस्य को रोजगार देगी. परिवार कार्ड बनने तक राशन कार्ड को ही आधार माना जाएगा.
Yogi सरकार का रोजगार संकल्प
गौरतलब है कि Yogi सरकार के संकल्प पत्र में अगले पांच वर्षों में हर परिवार को कम से कम एक सदस्य को रोजगार देने का संकल्प लिया गया था. जिसके लिए सूबे की योगी सरकार लगातार प्रयत्नशील दिख रही है. सरकार विभिन्न योजनाओं और रिक्त पदों पर भर्ती करके इसे पूरा करने में जुटी हुई है. इसके लिए सरकार को प्रदेश में सभी परिवारों की सामाजिक और रोजगार संबंधी स्थिति की जानकारी आवश्यक है.
परिवार कार्ड में होगी परिवार सभी डिटेल
प्रदेश में हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देने की दिशा में Yogi सरकार का यह बड़ा कदम है. जिसके जरिए योगी सरकार अपने सकंल्प पत्र के जमीनी स्तर पर क्रियान्यवन के लिए कवायद तेज कर दी है. प्रदेश के सभी परिवारों का परिवार कार्ड बनाकर शासन इस कार्ड में परिवार के बारे में सभी जानकारियां दर्ज करेगी. जैसे परिवार में कितने सदस्य हैं, उनकी उम्र कितनी है, कौन-कौन नौकरी करता है या रोजगार से जुड़ा हुआ है, यह सभी जानकारियां दर्ज होंगी और फिर इसे आधार से लिंक किया जाएगा.
परिवार कार्ड बनने तक राशन कार्ड को ही होगा आधार
परिवार कार्ड के जरिए सरकार के पास राज्य के सभी परिवारों की सटीक जानकारी होगी. किस परिवार में कौन रोजगार से जुड़ा हुआ है. किस परिवार में कोई भी रोजगार में नहीं है. परिवार की सामाजिक और आर्थिक स्थिति क्या है. इस आधार पर सरकार अपनी विभिन्न रोजगार योजनाओं से जोड़कर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी. जब तक राज्य के सभी परिवारों का परिवार कार्ड नहीं बन जाता है तब राशन कार्ड को ही इसका आधार माना जाएगा.
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