स्टोरी हाइलाइट्स
Ukraine dispute
अमेरिका ने शुरू किया परमाणु युद्धाभ्यास
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को दी चेतावनी
नई दिल्लीः Ukraine dispute: यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों के जमावड़े से स्थिती काफी गंभीर हो गई है. मामले को देखते हुए अमेरिका और पश्चिमी के देश एकजुट हो गए हैं. हालात युद्घ की ओर इशारा कर रहें है. इसी बीच अमेरिका ने परमाणु बम गिराने का अभ्यास शुरू कर दिया है. ये ग्लोबल लाइटनिंग अभ्यास, अमेरिकी सेना के एटमी हथियारों का जिम्मा संभालने वाले रणनीतिक कमांड ने शुरू किया है. जो मौजूदा समय में अमेरिकी सैन्य तैयारियों को परख रहें है. इसी दौरान यूएनएससी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो उसे गंभीर परिणामों भुगतने पड़ेंगे.
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Ukraine dispute: बाइडेन की चेतावनी
यूएनएससी की सभा में अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि, यदि रूस बातचीत के माध्यम से हमारी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है तो अमेरिका और हमारे सहयोगी देश इसी दिशा में आगे बढ़ेंगे. लेकिन यदि इसके बजाय रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा.
Today in the United Nations Security Council, the United States presented in detail the full nature of Russia’s threat to Ukraine’s sovereignty and territorial integrity.
My full statement: https://t.co/4Y9JWZBFQN
— President Biden (@POTUS) January 31, 2022
व्हाइट हाउस ने Ukraine विवाद पर जारी किया बयान
इसके साथ ही व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी हर परिदृश्य के लिए तैयारी करना जारी रखते हैं. दुनिया को उन कार्रवाइयों के बारे में स्पष्ट नजरिया अपनाना चाहिए जिनकी रूस धमकी दे रहा है. हम सभी के लिए ये जोखिमों भरा है. जिसका जवाब देने के लिए हम तैयार हैं. आज की सुरक्षा परिषद की बैठक दुनिया को एक सुर में बोलने के लिए एकजुट करने में एक महत्वपूर्ण कदम है.
Ukraine विवाद को देखते हुए अमेरिकी सेना का परमाणु युद्धाभ्यास
गौरतलब है कि अमेरिकी सेना ने परमाणु युद्धाभ्यास ऐसे में शुरू किया है जब, बाल्टिक सागर में रूसी नौसेना अपने जंगी जहाजों के साथ तैनात है. और वह भी लगातार युद्धाभ्यास कर रही है. रूस ने इस क्षेत्र में करीब एक लाख से अधिक सैनिक तैनात किए हुए है. जिसके बाद से अमेरिकी और रूसी सैन्य जमावड़े से हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए है. इससे पहले अमेरिका ने बीते साल अप्रैल 2021 में में भी ग्लोबल लाइटनिंग अभ्यास में किया था. तब अमेरिकी सेना ने रूस के साथ चल रहें काल्पनिक तनाव बीच परमाणु बम गिराने का अभ्यास किया था.
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अमेरिकी न्यूक्लियर कमांड
हालांकि अमेरिका इस बार परमाणु युद्धाभ्यास में परमाणु बम या उसकी लांचिंग का अभ्यास नहीं कर रहा है. लेकिन अमेरिकी न्यूक्लियर कमांड और कंट्रोल के सर्किट परमाणु युद्ध योजना के अनुसार वो निर्णय क्षमता का परीक्षण कर रहें है. जो पहले आतंकियों से निपटने के लिए होती रही है. लेकिन दुनिया की महाशक्ति बनने की प्रतिस्पर्धा में इस पर पहली बार जोर दिया जा रहा है.