माताएं स्तनपान कराने के वक्त किस तरह की गलतियां करती हैं। उसका हल क्या है।
स्टोरी हाईलाइट्स
Breast Feeding का दर्द सामान्य होता है
बोतल से दूध पिलाना बड़ी गलती
स्तनपान का विकल्प नहीं
कुछ माताओं के लिए Breast Feeding कराना आसान होता है। जबकि कुछ के लिए यह काफी मुश्किल भरा काम होता है। (Child) को स्तनपान कराने की एक अनूठी शैली होती है। लेकिन स्तनपान कराने वाली माताएं बार-बार कुछ सामान्य (Mistakes) करती बैठती हैं। वह स्तनपान का विकल्प खोजती रहती हैं। लेकिन उसका (Solution) हमेशा से गलत होता आया है। हम आपको बता रहे हैं कि माताएं स्तनपान कराने के वक्त किस तरह की गलतियां करती हैं। साथ ही यह भी बताएंगे कि उसका हल क्या होता है।
मदद नहीं मांगने से Breast Feeding की बढ़ती हैं मुश्किलें
ऐसा कहा जाता है कि Breast Feeding एक आसान, (Natural) और सहज प्रक्रिया है। लेकिन कुछ माताओं (Mother) के लिए यह आसान नहीं होता है। कुछ माताओं के लिए स्तनपान तनावपूर्ण, जटिल और कठिन हो सकता है। लेकिन यह किसी भी दूसरे काम की तरह ही है। जिसे सीखा जा सकता है और इसका अभ्यास किया जा सकता है। हालांकि स्तनपान कराते वक्त गलतियां करना भी एक सामान्य प्रक्रियाओं में से एक है। लेकिन ध्यान देकर इन गलतियों को सुधारा जा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि अपने डॉक्टर, (Doctor) बुजुर्गों, मित्रों और परिवार से सदस्यों (Family Member) से मदद लें। यह सभी अपने अनुभवों के आधार पर आपकी सहायता करने में सक्षम हो सकते हैं।
लंबे समय तक दर्द होना खतरे की घंटी
यह सोचना गलत है कि स्तनपान कराने के वक्त होने वाला दर्द (Pain) सामान्य है। जब आप स्तनपान शुरू करती हैं तो शुरुआत में दर्द और बेचैनी महसूस होना सामान्य है। लेकिन इसे लंबे समय तक जारी नहीं रहना चाहिए। कुछ वक्त के बाद स्तनपान दर्द रहित होता है। स्तन दर्द के पीछे का सामान्य कारण स्तन वृद्धि (Breast Inlarging) और गलत स्तनपान स्थिति या बच्चे के जीभ का टाइट होना हो सकता है।
स्तनपान के वक्त अपना ख्याल रखें
स्तनपान कराते समय अपना ख्याल रखना बहुत जरूरी है। दूध उत्पादन के लिए शरीर की हड्डियों, खून और मांसपेशियों को पोषक तत्वों (Nutrients) की आवश्यकता होती है। अगर मांसपेशियों (Muscles) को सही पोषण नहीं मिलेगा तो उनका दूध का उत्पादन कम होने लगेगा। स्तनपान कराने वाली माताओं को 8 घंटे सोना चाहिए। नींद की कमी खराब पोषण का कारक होती हैं। यह शरीर में सुस्ती पैदा कर सकती है। यह आपको भावनात्मक और मानसिक रूप से थका देगी और आप बीमार पड़ सकते हैं। इस प्रकार बच्चे के साथ अपने आप का ख्याल रखना ना भूलें।
बोतल से दूध पिलाना गलती है
कई माताएं अपने बच्चों को जल्द ही बोतल का दूध (Bottle Feeding) पकड़ा देती हैं। यह (Mother) द्वारा की जाने वाली सबसे आम गलतियों में से एक है। यह गलती अधिकतर कामकाजी माताओं द्वारा की जाने वाली सामान्य समस्या है। सफलतापूर्वक स्तनपान कराने से पहले बोतल देना उचित नहीं है। शिशुओं को बोतल चूसना आसान लगता है और इसलिए कभी-कभी वे स्तन चूसने से मना कर सकते हैं। इससे निप्पल (Nipple) में गड़बड़ी हो सकती है। इसलिए बोतल का दूध 6 से 8 महीने से पहले पेश नहीं की जानी चाहिए।
स्तनपान का कोई विकल्प नहीं
स्तन का दूध एक जीवित और गतिशील तरल है। यह बच्चे (Child) की आवश्यकता के अनुसार बदलता रहता है। यह पहले छह महीनों के लिए बच्चों के लिए आदर्श भोजन (आदर्श भोजन) है। मां और बच्चे दोनों के लिए इसके विभिन्न स्वास्थ्य लाभ हैं। किसी वैज्ञानिक ने आजतक मां के दूध का विकल्प ईजाद नहीं किया है। जबकि फॉर्मूला दूध में इम्युनिटी (Immunity) बढ़ाने वाले तत्व नहीं होते हैं। फॉर्मूला दूध से बच्चों में कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं।