आज पूरे देश में अनंत चतुर्दशी धूमधाम से मनाई जा रही है...
स्टोरी हाईलाइट्स
आज होगा गणेश विसर्जन
आज बप्पा की बरसेगी कृपा
गणपति को नदी में करें प्रवाहित
आज देश भर में अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। हिंदु धर्म में अनंत चतुर्दशी का महत्वपूर्ण स्थान है। अनंत चतुर्दशी के दिन ही भगवान गणेश जी को विसर्जित किया जाता है। अनंत चतुर्दशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है और गणेश विसर्जन के दौरान बप्पा का पूजन किया जाता है। गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) से पहले शुभ मुहूर्त को जानना बेहद जरूरी है। गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए, ताकि बप्पा की कृपा बनी रहे।
Anant Chaturdashi के दिन ऐसे करें बप्पा की पूजा
अनंत चतुर्दशी के दिन यानी आज गणेश जी की पूजा करने से पहले विधि को जानना बेहद जरूरी है। श्री गणेश की पूजा शुरू करने से पहले बप्पा को मोदक और फल का भोग लगाएं। अब गणपति की आरती उतारें और विदाई लेने की प्रार्थना करें। इसके साथ ही एक थाली में फल, फूल, मोदक और कपड़े रखें। फिर चावल, गेहूं और पंचमेवा की पोटली तैयार करें और इसमें कुछ सिक्के डालें। इसके बाद बप्पा का विसर्जन के लिए ले जाएं। विसर्जन से पहले भगवान गणेश की एक बार फिर आरती उतारें और अगले वर्ष जल्दी आने की कामना करें। अब बहते हुए जल में बप्पा को विसर्जित कर दें।
क्या है शुभ मुहूर्त
गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त में करना चाहिए। गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan 2021) का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) सुबह 09:11 से दोपहर 12:21 बजे तक रहेगा। इसके बाद दोपहर 01:56 से 03:32 तक भी गणपति विसर्जन के लिए अच्छा मुहूर्त रहेगा। शाम को 04:30 से शाम के ही 6 बजे तक राहुकाल रहेगा।
मान्यता है कि बप्पा को नदी, समुद्र या तालाब में प्रवाहित करना चाहिए। लेकिन आजकल लोग घर में ही कुंड में गणपति का विसर्जन कर देते हैं। ऐसे में लोगों को ध्यान रखना चाहिए। वे उस जल को फेंके नहीं, बल्कि गमलों में अर्पित कर दें। कहते हैं कि बप्पा इस दिन अपने साथ भक्तों के सभी कष्ट और संकट हर के अपने साथ ले जाते हैं और घर को सुख-सौभाग्य से भर देते हैं।