दोस्ती का ये रिश्ता हर जाति और धर्म से हटकर होता है
तप्त हृदय को, सरस स्नेह से, जो सहला दे, मित्र वही है।
रूखे मन को, सराबोर कर, जो नहला दे, मित्र वही है।
प्रिय वियोग, संतप्त चित्त को, जो बहला दे, मित्र वही है।
अश्रु बूंद की, एक झलक से, जो दहला दे, मित्र वही है।
मैथिलिशरण गुप्त
इन पंक्तियों में मैथलीशरण गुप्त ने दोस्ती के रिश्ते को बखूबी अपने शब्दो में पिड़ोया है। तभी तो दोस्ती का यह एहसास इस दुनिया में सबसे अनमोल होता है। (Friendship Day) एक दोस्त ही होता है, जिसके साथ हम और आप अपनी बातें बिना कुछ भी सोचे बोल सकते हैं। दोस्ती का ये रिश्ता हर जाति और धर्म से हटकर होता है। दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता होता है जिसे बिना किसी शर्त के दिल से निभाया जाता है। तभी तो कहा जाता है दोस्ती शर्त का नहीं दिल से दिल का रिश्ता होता है।
अगस्त के पहले संडे को मनाते हैं Friendship Day
तारीख चाहे कुछ भी हो दिन तो संडे ही होनी चाहिए। क्योंकि Friendship Day सेलिब्रेशन के लिए तारीख नहीं दिन का होना जरूरी होता है। वो भी रविवार का दिन होना जरूरी होता है। फ्रेंडशिप डे हर साल अगस्त महीने के पहले संडे को मनाया ही जाता है। इस महीने का पहला रविवार बाकी रविवार से अलग होता है। तभी तो ये सभी के लिए बेहद खास होता है।
साल 1958 में शुरू हुई थी फ्रेंडशिप डे
कई जगहों पर अगस्त महीने के पहले रविवार को ही फ्रेंडशिप डे मनाते हैं। लेकिन इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे 30 जुलाई को मनाया जाता है। लेकिन दोस्ती के इस त्योहार की शुरुआत साल 1958 में हुई थी। इसके बाद आज तक हम सभी फ्रेंडशिप डे मनाते आ रहे हैं।
क्या है फ्रेंडशिप डे का इतिहास ?
साल 1958 में पहली बार फ्रेंडशिप डे की शुरुआत हुई थी। फ्रेंडशिप डे के बारे में कहा जाता है कि साल 1958 के अगस्त महीने के पहले रविवार को एक शख्स की हत्या कर दी गई थी। उसी दिन अपने दोस्त की याद में दूसरे दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद से अमेरिकी सरकार ने अगस्त महीने के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाना शुरू कर दिया।
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी एक और कहानी मशहूर है
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी कई और भी कहानियां इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इसी से जुड़ी एक और कहानी ये भी है कि पराग्वे के डॉक्टर रमन आर्टेमियो ने 20 जुलाई 1958 को एक डिनर पार्टी रखी थी। इस पार्टी के दौरान डॉक्टर ने अपने दोस्तों के साथ फ्रेंडशिप डे की बात रखी। जिसके बाद से ही दुनिया भर में फ्रेंडशिप डे मनाया जाने लगा।