बरादर नहीं मुल्लाह हसन अखुंद को मिलेगा अफगानिस्तान का ताज
स्टोरी हाईलाइट्स
बरादर नहीं बनेगे राष्ट्रपति
मुल्लाह हसन अखुंद बन सकते हैं राष्ट्रपति
पंजशीर पर तालिबान का कब्जा
अफगानिस्तान (Taliban Government) में तालिबानियों द्वारा कब्जा करने के बाद अब तालिबानी नेता सरकार गठन की तैयारियों में लगे हैं। पहले खबर आई थी कि तालिबान के प्रमुख नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को राष्ट्रपति बनाया जाएगा। लेकिन अब बताया जा रहा है गनी को राष्ट्रपति नहीं बनाया जाएगा। बल्कि तालिबानी नेता मुल्लाह हसन अखुंद को राष्ट्रपति पद पर बैठाया जाएगा। ताकि संगठन के दोनों धड़ों में हो रही उठा पटक पर विराम लगाया जा सके। बताया ये भी जा रहा है कि मुल्लाह हसन अखुंद (Mullah Hasan Akhund) पाकिस्तान के पसंदीदा चेहरा हैं।
Taliban Government में कौन होगा गृहमंत्री ?
राष्ट्रपति के लिए तालिबानी नेता मुल्लाह हसन अखुंद का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है। वहीं चर्चा ये भी है कि सिराजुद्दीन हक्कानी को नया गृह मंत्री बनाया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के कब्जे के बाद मीडिया से बात करने वाला जबीउल्लाह मुजाहिदीन, हसन अखुंद का प्रवक्ता बनेगा। हसन अखुंद तालिबान (Taliban Government) का सबसे ताकतवर नेता है। वह कंधार का रहने वाला है। जहां तालिबान का जन्म हुआ था।
पाकिस्तान के इशारे पर होगा तालिबान सरकार का गठन !
काफी दिन तक चली चर्चा के बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Abdul Ghani Baradar) का राष्ट्रपति न बनना अब अपने आप में सवाल खड़े करता है। सूत्रों के मुताबिक तालिबान सरकार का गठन पाकिस्तान के इशारे पर हो सकता है। क्योंकि जिस मुल्लाह हसन अखुंद को राष्ट्रपति बनाने की चर्चा चल रही है वह पाकिस्तान के करीबी माने जाते हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान को अपने पसंद की सेना सिर्फ हक्कानी के साथ मिल सकती है। काबुल में ISI चीफ ने हामिद करजई, अब्दुल्ला और गुलुबुद्दीन हिकमतयार से मुलाकात की थी। पाकिस्तान यह भी चाहता है कि करजई और अब्दुल्ला को तालिबान नई सरकार में शामिल करे, जिससे वैश्विक स्तर पर सरकार को कुछ वैधता मिल सके।
अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बावजूद भी विद्रोहियों के गढ़ पंजशीर (Panjshir) पर तालिबान कब्जा नहीं कर सका था। हालांकि, काफी मशक्कत के बाद तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। बता दें कि पंजशीर पर कब्जा कोई अचानक नहीं हुआ है। इस काम में पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंजशीर पर नियंत्रण करने में तालिबान को पाकिस्तान की वायुसेना और ड्रोन की भरपूर मदद मिली। तालिबानी लड़ाकों ने रातोंरात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया।