उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। जैसै-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है ठीक वैसे ही आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। दिल्ली में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी यूपी की ओर रुख कर चुकी है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार पर ग्रामीण पेयजल स्वच्छता मिशन में घोटाले का आरोप लगाया है। संजय सिंह (Sanjay Singh) का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में जिस संस्था की ओर से राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को चलाया जा रहा है वो SWSM रजिस्टर्ड ही नहीं है।
SWSM रजिस्टर्ड ही नहीं है- Sanjay Singh
आप (AAP) सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस संस्था की बात हो रही है वो रजिस्टर्ड ही नहीं है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “ग्रामीण इलाकों में पीने का साफ पानी पहुंचाने की योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। जिस संस्था के SWSM के जरिए करोड़ों का काम किया जा रहा है वो संस्था रजिस्टर्ड ही नहीं है। जबकि 2012 के उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश में साफ लिखा गया है कि राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, ग्राम विकास विभाग उत्तर प्रदेश शासन के अधीन एक पंजीकृत संस्था होगी”।
‘मंत्री बताएं कितनी रिश्वत ली है’ ?
आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी के सीएम (Yogi Adityanath) के सहयोगी मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह द्वारा किए गए घोटाले की FIR दर्ज कराई जाएगी। संसद सत्र के शून्यकाल में इस विषय को जोर शोर से उठाएंगे। इतना ही नहीं संजय सिंह ने मामले की जांच CBI और हाई कोर्ट के जज द्वारा कराने की मांग की है। उन्होंने यूपी सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री बताएं इस मामले में कितनी रिश्वत ली है।
आप नेता द्वारा लगाए गए आरोपों को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है। आरोपों को बेबुनियाद और झूठा करार देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सोसायटी रजिस्ट्रीकरण का प्रमाण-पत्र जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश वाटर सप्लाई एंड सैनिटेशन मिशन UPWSSM के नाम पर प्रदेश में काम करने वाली संस्था रजिस्टर्ड है। यह संस्था 22 साल पहले 1999 में पंजीकृत हुई थी। हालांकि, इससे पहले भी संजय सिंह सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए नजर आ चुके हैं।