स्टोरी हाइलाइट्स
RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान
धर्म संसद में कही बातों को किया खारिज
नई दिल्लीः RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बीते कुछ समय में आयोजित हुए धर्म संसदों में दिए गए विवादित बयानों पर को खारिज किया है. मोहन भागवत ने धर्म संसद के विवादित बयानों से असहमति जताते हुए कहा कि यह हिंदुत्व नहीं है. हिंदुत्व को मानने वाले लोग उन बयानों से कभी सहमत नहीं होंगे.
RSS प्रमुख का बयान
RSS प्रमुख ने ये बात रविवार को मुंबई में आयोजित ‘राष्ट्रीय एकता और हिंदुत्व’ विषय के एक कार्यक्रम में कही, उन्होंने कहा कि धर्म संसद में जो बयान दिए गए वह शब्द कर्म हिंदू नहीं है. यदि कभी मैं गुस्से में कुछ कह दूं तो वह हिंदुत्व नहीं है.’ संघ प्रमुख ने रायपुर में हुई धर्म संसद का उल्लेख करते हुए कहा कि आरएसएस या हिंदुत्व को मानने वाले इसमें विश्वास नहीं करते.
BJP ने क्यों काटा मंत्री स्वाति सिंह का टिकट, वजह आई सामने! लखनऊ की सभी सीटों पर उम्मदीवार घोषित
वीर सावरकर को किया याद
RSS प्रमुख ने वीर सावरकर को याद करते हुए कहा कि, वीर सावरकर ने हिंदू समुदाय की एकता और उसे संगठित करने की बातें कही थीं. उन्होंने ये बातें भगवद गीता का संदर्भ लेते हुए कही थीं. किसी को खत्म करने या नुकसान पहुंचाने के संदर्भ में नहीं.
संघ का विश्वास लोगों को बांटने में नहींः RSS प्रमुख
कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने एक सवाल कि, “क्या भारत ‘हिंदू राष्ट्र’ बनने की राह पर है?” का जवाब देते हुए कहा कि- यह हिंदू राष्ट्र के बारे में नहीं है. भले ही इसे कोई स्वीकार करे या न करे, यह हिंदू राष्ट्र है. हमारे संविधान की प्रकृति हिंदुत्व वाली है. यह वैसी ही है जैसी कि देश की अखंडता की भावना. संघ का विश्वास लोगों को बांटने में नहीं बल्कि उनके मतभेदों को दूर करने में है. इससे पैदा होने वाली एकता ज्यादा मजबूत होगी. यह कार्य हम हिंदुत्व के जरिए करना चाहते हैं.
ये भी पढ़े….
Bigg Boss फेम Hindustani Bhau हुए गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला