टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए एक और मेडल पक्का हो गया है। भारतीय रेसलर RaviKumarDahiya ओलंपिक फाइनल में पहुंच चुके हैं। ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाले रवि दहिया दूसरे भारतीय रेसलर बन गए हैं। इससे पहले पहलवान सुशील कुमार साल 2012 में ओलंपिक में फाइनल में पहुंचे थे। हालांकि फाइनल में उनकी हार हुई थी और उन्हें रजत पदक से संतुष्ट होना पड़ा था। लेकिन वो वक्त भारत के लिए खुशी का मौका लाया था। अब उम्मीद जताई जा रही है कि रवि दहिया फाइनल जीत कर देश को इस ओलंपिक का पहला गोल्ड दिलवाएंगे।
RaviKumarDahiya ने रचा इतिहास
पहलवान RaviKumarDahiya ने टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57 किलोवर्ग में कजाकिस्तान के नूरइस्लाम सानायेव के सेमीफाइनल में हराया। इसके बाद रवि दहिया ने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। सेमीफाइनल मैच में रवि दहिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। लेकिन उन्होंने मैच में वापसी की और 7-9 से अपने प्रतिद्वंदी खिलाड़ी को मात दे दी। इस मैच में कजाकिस्तान के पहलवान चोटिल भी हुए। रवि दहिया का फाइनल मुकाबला पांच अगस्त को होगा। अब इस तारीख का पूरे देश को इंतजार है।
उधर सेमीफाइनल में पराजित होने के बाद दीपक पूनिया अब कांस्य पदक के लिए खेलने वाले हैं। दीपक पूनिया 86 किलोग्राम वर्ग में 2018 के वर्ल्ड चैंपियन अमेरिकी रेसलर डेविड मॉरिस टेलर के हार गए थे। खेल विशेषज्ञों की मानें तो टेलर की तकनीक का काट पुनिया के पास नहीं था। इसलिए वो मैच एकतरफा हो गया था।