पिछले चार दिनों से Corona के मामलों में कुछ कमी आई थी। लेकिन आज एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। केरल में कोरोना को लेकर हालात अभी भी बेकाबू हैं। पिछले 24 घंटों में केरल में 24 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के पांच राज्यों को लेकर चिंता जाहिर की है। क्योंकि इन सभी राज्यों में कोरोना की R-Value 1 से अधिक है। यह राज्य उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश हैं। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने चेतावनी दी है कि भले ही कोरोना के केस कम दर्ज हो रहे हैं। लेकिन R-Value की दर को देखते हुए सावधानी रखनी होगी।
Corona के मामले में R-Value चिंताजनक
भारत के 5 राज्य ऐसे हैं जिनकी R-Value 1 से अधिक है, जोकि चिंता का विषय है। वहीं देश के 44 जिले ऐसे में जहां कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात की R-Value 1 से अधिक हो गई है। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक हिमाचल प्रदेश और पंजाब में R-Value 1.3 है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में R-Value 1.1 है। वहीं नागालैंड, गोवा और आंध्र प्रदेश में R-Value 1 है। जहां तक पूरे देश की बात की जाए उसकी R-Value 1 है।
कोरोना के मामले स्थिर, लेकिन R-Value अधिक
वहीं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की मानें तो कुछ राज्यों में लगातार बढ़ रही R-Value चिंता बढ़ा रही है। जहां की R-Value एक से कम है, वहां की स्थिति ठीक मानी जा रही है। लेकिन जहां भी R-Value 1 से अधिक है वहां की हालत चिंताजनक है। इस पर राज्य सरकारों को ध्यान देने की जरुरत है।
देश के 44 जिलों में संक्रमण दर 10% से अधिक
कोरोना का संक्रमण दर भी चिंता का सबब बनती जा रही है। देश के 44 जिलों में कोरोना का संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक है। इन आंकड़ों में केरल के 10, मिजोरम के 10 और अरुणाचल प्रदेश के 5 जिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि देश का केवल केरल ही ऐसा राज्य है जहां एक लाख से अधिक एक्टिव केस हैं। केरल में अभी 1 लाख 72 हजार एक्टिव केस हैं। वहीं देश के 8 राज्यों में एक्टिव केस की संख्या 10 हजार से 1 लाख के बीच है। वहीं 27 राज्यों में कोरोना को 10 हजार से भी कम एक्टिव केस हैं।
डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से बढ़े मामले
वीके पॉल के मुताबिक पूरे विश्व में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने चिंता बढ़ाई है। इस वेरिएंट की वजह से नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। 9 अगस्त तक देश में 86 केस डेल्टा प्लस के मरीज पाए गए हैं। इनमें से 34 मामले सिर्फ महाराष्ट्र से हैं। गौरतलब है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट कोराना के सबसे खतरनाक वेरिएंट है।
क्या होता है R Value ?
कोरोना संक्रमण दर के बारे में सभी जान चुके हैं। लेकिन R Value क्या होता है यह शायद सभी को नहीं मालूम होगी। दरअसल कोरोना की R Value से यह मालूम होता है कि कोरोना से संक्रमित एक मरीज कितने मरीजों को संक्रमित कर रहा है। मान लीजिए कि अगर R Value 0.95 है तो यह हर 100 व्यक्ति में औसतन 95 को संक्रमित करेगा। यानि R Value जितनी कम होगी, नए संक्रमितों की संख्या उतनी कम होगी। अगर R Value में बढ़ोतरी होगी तो संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी। तकनीकी रूप से इसे महामारी का चरण कहा जाता है।