Tuesday, December 5, 2023
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Pragya Thakur: ‘लॉटरी-सट्टे से समाज को होगा फायदा, डगमगाई अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटेगी’

स्टोरी हाईलाइट्स
सट्टे वाले फैसले का प्रज्ञा ठाकुर ने किया समर्थन
कहा- लॉटरी-सट्टे से समाज को होगा लाभ
‘वेश्यावृति भी वैध करवा दीजिये, राजस्व मिलेगा’

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने लाटरी और सट्टे को खेलने की अनुमति दे दी है। यानी मध्य प्रदेश में अब लाटरी या फिर सट्टा खेलना गैरकानूनी नहीं होगा। हालांकि, इसको लेकर मध्य प्रदेश में सरकार और विपक्ष के बीच जुबानी जंग भी छिड़ गई है। लेकिन इस जंग के बीच बीजेपी की फायरब्रांड लीडर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने सट्टा खेलने वाले फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि लॉटरी और सट्टा (Lottery and Betting) हमेशा गलत नहीं होते हैं। कई तरह की लॉटरी से जनकल्याण भी होता है।

लाटरी-सट्टे से समाज को होगा लाभ- Pragya Thakur

अपने बयानों की खातिर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली बीजेपी की फायरब्रांड लीडर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने लाटरी और सट्टा खेलने को लेकर बड़ा बयान दिया है। पत्रकारों से बातचीत में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि ‘अभी कोरोना के समय में जिस प्रकार से आर्थिक स्थिति डगमगा गई है, उसका रूप दूषित नहीं करना चाहिए। लॉटरी कई प्रकार की चलती हैं। लॉटरी को नाम एक दे दिया गया है। उसमें अच्छा जो हो, जिससे समाज को लाभ हो, धन उपार्जन हो, ऐसा कार्य अवश्य करना चाहिए’।

प्रज्ञा ठाकुर ने शिवराज सरकार (MP Government) के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि ‘सरकार के निर्णय में मैं भी उनके साथ हूं। सरकार की नीतियां ऐसी हैं, जिसमें समाज का लाभ हो’।

क्यों छिड़ा है सट्टा और लॉटरी पर विवाद?

मध्य प्रदेश में इन दिनों सट्टा और लॉटरी (Lottery and Betting) पर विवाद छिड़ा हुआ है। दरअसल, 23 अगस्त को शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chouhan) ने एक गजट नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसमें सट्टा और लॉटरी की अनुमति दी गई है। सरकार ने कानून बनाते हुए लॉटरी (विनियमन) अधिनियम 1998 (1998 का 17) के अधीन और सार्वजनिक द्यूत अधिनियम 1867 (1867 का 3) के अधीन यह छूट दी गई है।

वैश्यावृति भी वैध करवा दीजिये, राजस्व मिलेगा: कांग्रेस

सट्टा और लॉटरी को खेलने की अनुमति दिए जाने पर राजनीति भी शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा (KK Mishra) ने साध्वी के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा ‘संघ प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड में मप्र सरकार द्वारा निर्मित तकनीकी कारणों से बरी किन्तु मालेगांव ब्लास्ट में आज भी आरोपित भगवाधारी सांसद प्रज्ञासिंह राज्य में सट्टे-जुंए को सामाजिक व धनोपार्जन का कारक बता,उसकी वकालात कर रही हैं! वैश्यावृति भी वैध करवा दीजिये,राजस्व मिलेगा!!’

MP में क्या है लॉटरी- सट्टे का इतिहास?

मध्य प्रदेश (MP) में लॉटरी या सट्टे का इतिहास कोई नई बात नहीं है। 1992 में जब भाजपा की सरकार थी तब मुख्यमंत्री रहे सुंदरलाल पटवा (Sunder Lal Patwa) ने अवैध सट्टा (illegal betting) बाजार को रोकने के लिए लॉटरी शुरू की थी, लेकिन जब उनके इस फैसले का चौतरफा विरोध होने लगा तो उन्होंने अध्यादेश लाकर इस पर प्रतिबंध लगा दिया था।

 

ये भी पढ़ें- Taliban Government: तालिबान सरकार का गठन, 2 होंगे डिप्टी PM, आतंकी हक्कानी बना गृहमंत्री

इसके अलावा जब दिग्विजय सिंह राज्य के सीएम थे तो उस समय खजुराहो में कैसिनो खेले जाने के प्रयास हुए थे, लेकिन जब विपक्ष ने आलोचना शुरू की तो लॉटरी शुरु करने की अनुमति पर रोक लगा दी गई थी।

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