मंगलवार को अपने अलीगढ़ दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी को दो सौगातें दी हैं। पहली, उन्होंने देश के पहले निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति राजा Mahendra Pratap के नाम पर यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी। दूसरी, पीएम मोदी ने डिफेंस कॉरिडोर की सौगात दी। इस कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है। आजादी की लड़ाई में कई ऐसे योद्धा रहे, जिनका परिचय नई पीढ़ी से नहीं करवाया गया। 20वीं सदी की गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।
राजा Mahendra Pratap को पीएम मोदी ने किया याद
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी हो, छोटूराम जी या फिर राजा Mahendra Pratap सिंह जी हों। इन सभी का परिचय नई पीढ़ी से कराया जा रहा है। जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस कोशिश को और भी तेज की जा रही है। देश के लिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
अलीगढ़ की Mahendra Pratap के बारे में जानें
1. 97.27 एकड़ भूमि पर बनेगी राजा Mahendra Pratap सिंह यूनिवर्सिटी।
2. पहली किस्त के तौर पर 10 करोड़ रुपये जारी
3. जनवरी 2023 तक ये परियोजना पूरी हो जाएगी
4. इसमें शौक्षणिक भवन, प्रशासनिक भवन, फैसिलिटी सेंटर, लाइब्रेरी, कॉमन गर्ल्स और ब्वायज हॉस्टल, अधिकारियों के आवास, गार्डरूम समेत अन्य निर्माण शामिल
5. इसके निर्माण की अधिसूचना 22 नवम्बर 2019 को जारी
6. इसके कुलसचिव व वित्त अधिकारी की नियुक्ति हो चुकी है।
7. यूनिवर्सिटी में हाथरस, कासगंज, अलीगढ़ व एटा के लगभग 395 कॉलेज शामिल होंगे
8. इसके स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज में डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी, डिपार्टमेंट ऑफ डिसीजन साइंस, डिपार्टमेंट ऑफ मस्क्युलर जेनेटिक्स, डिपार्टमेंट ऑफ रेनयुवेबेल एनर्जी, बैचलर इन वोकेशनल कोर्स, पशु एवं डेयरी टेक्निकल ट्रेनिंग और कम्युनिकेटिव इंग्लिश फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स होगा। वहीं स्कूल और एडवांस लर्निंग में डिपार्टमेंट में एडवांस कम्प्यूटिंग शामिल होंगे। डिपार्टमेंट ऑफ़ मल्टीलेंग्युल स्टडीज में स्कूल ऑफ स्पिरिचुअल साइंस एंड योगा, स्कूल ऑफ हयूमैनिटिज़ आर्ट एंड सोशल साइंस, स्कूल ऑफ ट्रांस डिससिप्लीनरी साइंस में कई कोर्स उपलब्ध रहेंगे।
9. अलीगढ़ के कोल तहसील के लोढ़ा और मुसाईपुर गांव में जमीन आवंटित की गई है। इसके लिए 37 एकड़ जमीन जिला प्रशासन दे रही है और 10 एकड़ जमीन अधिग्रहण की जाएगी।
10. यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए 100 करोड़ की लागत लगाई जाएगी। यह परियोजना 2023 के जनवरी में पूरी हो जाएगी।
कौन थे राजा महेंद्र सिंह
इस यूनिवर्सिटी के बन जाने के बाद अचानक से लोगों में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ गई है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह पश्चिमी यूपी के हाथरस जिले के मुरसान रियासत के राजा थे। वह जाट परिवार से आते थे। वह एक एजुकेटेड राजा थे। साथ ही वह एक अच्छे लेखक और पत्रकार के तौर पर भी प्रसिद्ध थे। उनको भारत की पहली निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति के तौर पर भी पहचाना जाता है।
1915 में बनाई थी भारत की पहली निर्वासित सरकार
साल 1915 की पहली दिसंबर को राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने आफगानिस्तान में भारत की पहली निर्वासित सरकार बनाई। इस सरकार के राष्ट्रपति वो खुद बने। राज महेंद्र प्रताप सिंह ने अंग्रेजों के शासन काल में निर्वासित सरकार बनाकर आजादी की लड़ाई में जोश लाने का काम किया था।