Wednesday, November 29, 2023
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Pitra Paksha 2021: पितृपक्ष में ना करें ये गलतियां, इन चीजों के बिना अधूरी रहती है श्राद्ध प्रक्रिया

स्टोरी हाईलाइट्स
हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है
मंगलवार से शुरू हुआ पितृपक्ष
पितृपक्ष के दौरान न खरीदें कोई नई चीज

हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत बड़ा महत्व है।  मंगलवार से पितृपक्ष की शुरुआत हो गई है।  हिंदू धर्म में 16 दिनों की अवधि को पितृपक्ष (Pitra Paksha 2021) कहा जाता है जिसमें लोग अपने पितरों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हैं और उनके लिये पिण्डदान करते हैं।  भाद्र मास की पूर्णिमा की तिथि (Purnima Tithi) पर श्रद्धालु स्नान, पूजा और दान करते हैं। आइए जानते हैं पितृ पक्ष में श्राद्ध की प्रक्रिया को कैसे करनी चाहिए ?

Pitra Paksha 2021 पर ऐसे करें श्राद्ध की प्रक्रिया

पितृपक्ष में श्राद्ध की प्रक्रिया को विधिवत तरीके से करनी चाहिए नहीं तो पूर्वज नाराज हो सकते हैं। दरअसल, शास्त्रों में कहा गया है कि कुश भगवान विष्णु (Vishnu) का अहम हिस्सा हैं।  इसलिए श्राद्ध क्रिया के दौरान कुश को शामिल करना बहुत जरूरी है।  शास्त्रों के अनुसार किसी भी श्राद्ध कर्ता को तर्पण आदि करते समय कुश, तिल और तुलसी का प्रयोग जरूर करना चाहिए।  हिंदू शास्त्रों में प्याज और लहसुन को ‘तामसिक’ माना जाता है, जो हमारी इंद्रियों को प्रभावित करती है। पितृपक्ष की अवधि के दौरान, खाने में प्याज-लहसुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।  पितृपक्ष के दौरान किसी प्रकार का जश्न नहीं मनाना चाहिए।  पितृपक्ष की अवधि को अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दौरान कोई भी नई चीज न खरीदें।

पितृपक्ष का क्या है महत्व ?

हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है।  इस अवधि के दौरान पितृ पक्ष में लोग अपने पितरों को याद कर श्राद्ध व तर्पण करते।  पितृपक्ष हर साल भाद्रपद के महीने में आता है जिसमें पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी जाती है।  वेद और पुराणों के अनुसार, पितृपक्ष में पूर्वजों का आशीर्वाद लिया जाता है और गलतियों के लिए क्षमा मांगी जाती है।  पुराणों के अनुसार, पितृपक्ष के अनुष्ठानों के दौरान कोई भी गलती पूर्वजों को नाराज कर सकती है जो पितृ दोष का कारण बन सकती है।  इसलिए इस दौरान ऐसे कामों से बचना चाहिए।

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बता दें कि पितृपक्ष की शुरुआत सेामवार को चुकी है।  पितृपक्ष की अवधि के दौरान परिवार के सदस्यों को नाखून और बाल नहीं काटने चाहिए।  साथ ही शराब, मदिरा, मांस आदि चीजों के सेवन नहीं करना चाहिए।

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