स्टोरी हाइलाइट्स
कालीचरण को छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार
गिरफ्तारी पर नरोत्तम मिश्रा ने जताई आपत्ति
महात्मा गांधी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
नई दिल्लीः पिछले कुछ दिनों से धर्म संसद के नाम पर भड़काऊ औऱ अमर्यादित टिप्पणीयां खूब देखने को मिली. धर्म के ठेकदार बन चंद नुमाईंदों ने आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग कर धर्म शब्द की मर्यादा को ही तार-तार कर दिया. इसी कड़ी में बीतों दिनों में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी पर कालीचरण (Kalicharan)महाराज ने आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए बेहद भद्दी टिप्पणी की. जिसके बाद ये वीडियों वायरल हो गया और जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण (Kalicharan) को गुरूवार को खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया है.
Kalicharan की गिरफ्तारी पर म.प्र. गृहमंत्री ने जताई आपत्ति
लेकिन अब इस गिरफ्तारी को लेकर भी सियासत तेज हो गई है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इस पर एतराज जताते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. उन्हें गिरफ्तारी से पहले या उसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस को सूचित करना चाहिए था. छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो कालीचरण बाबा को नोटिस दे सकती थी. वह खुद पुलिस के सामने पेश हो जाते.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया खंडन
हालांकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के आरोपों का खंडन करते हुए तंज कसा. और कहा महात्मा गांधी का अपमान करने वाले की गिरफ्तारी मिश्रा खुश है या दुखी? वे पहले इसका जवाब दें. मध्य प्रदेश पुलिस ने खजुराहो में कालीचरण (Kalicharan) को शरण देने वाले को हिरासत में लिया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रोटोकॉल का पालन किया है. कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार और वकील को सूचना दे दी गई है. उन्हें 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा.
भाजपा नेता ये बताएं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी पर वे खुश हैं या दुखी? pic.twitter.com/S6bl8BiXiU
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 30, 2021
म.प्र. पुलिस को Kalicharan की गिरफ्तारी की भनक तक नहीं लगी
दरअसल कालीचरण (Kalicharan) तीन दिन से मध्य प्रदेश में मौजूद था. लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी. वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस चुपचाप अपनी कार्रवाई कर लौट गई और मध्य प्रदेश पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगीं. मीडिया में खबरें आने के बाद यह बात सार्वजनिक हुई.
क्या कहता है प्रोटाकॉल
प्रोटोकॉल के अनुसार अगर किसी राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में कार्रवाई करती है तो उसकी सूचना संबंधित राज्य की पुलिस को पहले या बाद में दी जाती है. हालांकि छत्तीसगढ़ पुलिस ने ये नहीं किया.