स्टोरी हाइलाइट्स
रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को अब 40 दिन
अब यूक्रेन के डोनाबास में अपनी फौज को केंद्रित कर रहा रूस
संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार निकाय से रूस के निलंबन की मांग
नई दिल्लीः रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग को अब 40 दिन बीत चुके हैं. रूस ने अब यूक्रेन के डोनाबास में अपनी फौज को केंद्रित करना शुरू कर दिया है. खबरों के अनुसार रूस, रूस यहां पर लगातार हमले कर रहा है, जिससे यहा भारी नुकसान हुआ है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने शीर्ष मानवाधिकार निकाय से रूस के निलंबन की मांग की है.
यूक्रेन की सड़कों पर आम नागरिकों के शव
(यूक्रेन में सामूहिक कब्रगाह की सैटेलाइट तस्वीर – फोटो : सोशल मीडिया)
मानवाधिकार परिषद से रूस के निलंबिन की मांग
इसी कड़ी में सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार निकाय से रूस का निलंबन मांगा. अमेरिकी राजदूत ने यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बुका शहर में आम लोगों के खिलाफ हिंसा के बारे में सप्ताहांत आई खबर के मद्देनजर मानवाधिकार परिषद में रूस से उसकी सीट छीनने मांग की. आम लोगों के खिलाफ हिंसा की खबरें सामने आने के बाद रूस के प्रति काफी आक्रोश जताया जा रहा है और उसकी निंदा की जा रही है.
रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध बढ़ा की ओर ब्रिटेन
यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों की सड़कों पर कथित तौर पर नागरिकों को मारे जाने की खबरें सामने आने के बाद ब्रिटेन सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शासन के खिलाफ प्रतिबंधों को ‘‘बढ़ाने’’ पर काम कर रहा है. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस अपने यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा और पोलैंड के विदेश मंत्री जबिग्न्यू राउ से मिलने के लिए पोलैंड रवाना हो गई हैं. यह घटनाक्रम इस सप्ताह के अंत में नाटो और जी7 देशों के बीच बातचीत से पहले आया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘‘इरपिन और बुका में निर्दोष नागरिकों के खिलाफ रूस के घृणित हमले इसके सबूत हैं कि पुतिन और उनकी सेना यूक्रेन में युद्ध अपराध कर रही है.’’
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