इंडोनेशिया की सेना में महिलाओं की भर्ती के वक्त Virginity tests कराने का नियम था, जिसे अब खत्म कर दिया गया है। इंडोनेशिया में थल, जल और वायु सेना में महिलाओं को भर्ती कराने से पहले Virginity tests का नियम साल 1965 से ही था।
स्टोरी हाईलाइट्स
इंडोनेशियाई सेना का अहम फैसला
आर्मी में भर्ती होने पर Virginity tests खत्म
महिला कैडेट्स का होता था Virginity tests
पूरे विश्व की आर्मी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। हालांकि कुछ देश अभी आर्मी में महिलाओं को भर्ती नहीं कराता है। इंडोनेशिया की सेना में महिलाओं की भर्ती के वक्त Virginity tests कराने का नियम था, जिसे अब खत्म कर दिया गया है। इंडोनेशिया में थल, जल और वायु सेना में महिलाओं को भर्ती कराने से पहले Virginity tests का नियम साल 1965 से ही था। इंडोनेशियाई सेना के इस फैसले का ह्यूमन राइट्स और महिला संगठनों ने स्वागत किया है।
Virginity tests खत्म करने का तर्क
इस बारे में इंडोनेशिया के आर्मी जनरल एंडीका पेरकासा ने बताया कि Virginity tests को अब खत्म कर दिया है। उनका मानना है कि तीनों सेनाओं में चयन के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए नियम एक जैसे होने चाहिए। साथ ही इंडोनेशिया सेना के प्रवक्ता ने बताया कि अब आर्मी में भर्ती होने वाली महिलाओं की हाइमन चाहे पूरी तरह से टूट गई हो। या फिर आंशिक रूप से टूटा हो इससे फर्क नहीं पड़ेगा।
टू फिंगर टेस्ट की प्रक्रिया
हाइमन टूटा है या नहीं इसको चेक करने के लिए टू फिंगर टेस्ट की प्रक्रिया से महिलाओं को गुजरना होता था। जिसमें अगर महिला फेल हो जाती थी, तब उसका सेलेक्शन आर्मी में नहीं होता था। पहले इस टेस्ट को करने के पीछे यह तर्क था कि इससे महिलाओं की नैतिकता जांची जाती है।
वर्जीनिटी टेस्ट का वैज्ञानिक आधार नहीं
वहीं इंडोनेशिया के डॉक्टर सालों से यह कहते आ रहे हैं कि Virginity tests का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। साथ ही इसके खिलाफ ह्यूमन राइट्स और महिला संगठन आवाज उठाते आए हैं। इस फैसले के मुताबिक अब सेना ही नहीं, बल्कि वायुसेना और नेवी में भी यह टेस्ट नहीं किया जाएगा।
WHO ने भी टेस्ट खत्म करने की अपील की थी
NCVAW की हेड येंत्रियानी ने रायटर्स को कहा कि ऐसे टेस्ट्स की जरुरत कभी भी नहीं थी। साथ ही 2018 में WHO ने भी इंडोनेशिया सरकार से इस टेस्ट को खत्म करने की अपील की थी। WHO ने कहा था कि ऐसे टेस्ट करना महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन है।
विश्व के 20 देशों में अभी भी टेस्ट जारी
UN की रिपोर्ट की मानें तो Virginity tests अधिकतर देशों में नहीं किए जाते हैं। लेकिन अभी भी विश्व के तकरीबन 20 देशों में सेना में भर्ती के लिए वर्जीनिटी टेस्ट किया जाता है। इसमें अफगानिस्तान और मिस्र जैसे देश शामिल हैं। ह्यूमन राइट्स के कार्यकर्ता विश्व के सभी देशों से इस तरह के टेस्ट पर रोक लगाने की लगातार मांग कर रहे हैं।