यूपी के महराजगंज (Maharajganj News) से अधिकारियों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। यहां शादी-शुदा जीजा-साली ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी की थी। शादी के बाद दपंति समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को चकमा देते हुए दहेज की राशि लेकर रफू चक्कर हो गए। मामला सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
दहेज लेकर रफू चक्कर हुए जीजा-साली
शादी विवाह में दहेज से जुड़े अक्सर मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन यूपी के महराजगंज से एक हैरान करने वाली ख़बर सामने आई है। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सामूहिक विवाह (Samuhik Vivah Yojana) समारोह के तहत जिले के लक्ष्मी लॉन में 223 जोड़ो का विवाह कराया गया था। ये कार्यक्रम 13 अक्टूबर को आयोजित किया था। मुख्यमंत्री के इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कोल्हुई थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बड़िहारी निवासी एक शादीशुदा व्यक्ति अमरनाथ चौधरी और विवाहित साली ने सरकारी अनुदान के लिए विवाह कर लिया। शादी समारोह में मिले उपहार को भी दोनों उठा ले गए। दोनों की शादी की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं इस शादीशुदा जोड़े के बच्चे भी हैं, बावजूद इसके लाभ के लिए जीजा और साली ने शादी रचा ली।
जिले में सामुहिक विवाह के तहत होने वाली शादी में जिले कई नेता बतौर गेस्ट शामिल हुए थे। वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए इस शादी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिले के सांसद और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Choudhary) शामिल हुए थे। साथ ही विधायक और जिलाधिकारी सहित जिले के सभी अधिकारी भी मौजूद थे। शासनादेश के तहत वर-वधू को निर्धारित अनुदान और उपहार गिफ्ट के साथ ही उनके सुखमय जीवन के लिए आशीर्वाद दिया गया था।
बता दें कि गरीब बेटियों के हाथ पीले कराने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शादी कराई जाती है। जिसमें नवविवाहित जोड़े को 51 हजार रुपये का लाभ दिया जाता है। जिसमें से लाभार्थी को 10 हजार रुपये नकद, 6 हजार रुपये का सामान और शादी में खर्च और 3500 हजार रुपये उनके खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाते हैं।