Monday, December 11, 2023
Google search engine
होमदेशरूस से भारत बनाए दूरी, अमेरिका ने दिया ये बड़ा ऑफर!  

रूस से भारत बनाए दूरी, अमेरिका ने दिया ये बड़ा ऑफर!  

स्टोरी हाइलाइट्स

रूस के खिलाफ अमेरीका चाहता है भारत का साथ

रक्षा आपूर्ति को लेकर अधिक से अधिक मदद को तैयार अमेरिका

नई दिल्लीः यूक्रेन में रूस का हमला जारी है. नॉटो समेत कई देशों ने रूस पर कई कड़े प्रतिबंध भी लगाए. लेकिन रूस नहीं रूका. और एक-एक करके यूक्रेन के कई शहरों तबाह करता चला गया. जो सिलसिला अब भी जारी है. हालांकि भारत का रूख रूस औऱ यूक्रेन के जंग को लेकर बेहद कुटनीतिक भरा रहा. भारत ने रूस के खिलाफ इस जंग को लेकर बेहद शांत रहा. वहीं यूक्रेन में भारत ने मानवीय सहायता भी भेजी. लेकिन अमेरिका समेत पश्चिम के कई देशों के लगातार अपील के बादजूद भी भारत रूस के खिलाफ चुप रहा. हालांकि इसको लेकर जानकारों कई बाते कहीं लेकिन उनमें जो पक्ष सबसे मजबूत रहा वो यह कि भारत की सैन्य हथियारों को लेकर रूस पर निर्भरता अधिक है. जिसको अमेरिका बेहतर समझता है. जिसके लिए अमेरिका ने भारत को एक बड़ा ऑफर दिया है.

महंगाई की मार को लेकर राहुल गांधी के ये बात मोदी सरकार को चुभेगी, पढ़िए

रूस से रक्षा आपूर्ती खत्म करने का इच्छुक है अमेरिका

एक साक्षात्कार में अमेरिका की विदेश सचिव विक्टोरिया नुलैंड ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से बात की है और अमेरिका भारत को रक्षा आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भरता खत्म करने में मदद करने के लिए तैयार है. इस दौरान विक्टोरिया नुलैंड ने रूसी हथियारों की आलोचना करते हुए कहा है भारत को ये सोचने की जरूरत है कि क्या हथियारों के लिए उसकी निर्भरता अमेरिका पर ठीक है. रूस की लगभग 60 प्रतिशत मिसाइल काम करने की स्थिति में ही नहीं हैं. भारत को देखना चाहिए की रूस के हथियार युद्ध के मैदान में कितना खराब प्रदर्शन कर रहे हैं.

सात भारतीय खिलाड़ियों ने क्यों मिस की फ्लाइट, अब इंडियन टीम कैसे खेलेगी मैच?

चीन व रूस का करीब आना भारत और अमेरिका के लिए चिंताजनक

वहीं’ रूस और चीन की करीबी को लेकर अमेरिकी विदेश सचिव ने कहा कि भारत-अमेरिका के लिए यह ठीक नहीं है. ‘यूक्रेन पर हमले के बीच रूस ने चीन से मदद की मांग की है. और चीन रूस को पैसों और हथियारों की मदद  भी कर रहा है. जिससे रूस और चीन के संबंध मजबूत हो रहे हैं जो कि न तो हमारे लिए सही है और न ही भारत के लिए. रूस केमिकल और जैविक हथियारों को इस्तेमाल को लेकर लगातार गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहा है. ऐसे वक्त में जब अतिवादी ताकतें एक हो रही हैं, तब जरूरी है कि भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देश साथ खड़े हों.’

बी ग्रेड फिल्मों से लेकर कंगना रनौत के लॉकअप तक, ऐसा रहा है रश्मि देसाई का सफर

भारत के रक्षा क्षेत्र में अमेरीका सहयोग करने को उत्सुक

विक्टोरिया ने भारत से अमेरिका के रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका समझता है कि भारत-रूस के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं लेकिन ये बात महत्वपूर्ण है कि यूक्रेन-रूस के मुद्दे पर हम एक साथ खड़े हों. रक्षा आपूर्ति के लिए रूस पर भारत की निर्भरता को भी हम समझते हैं. ‘हमने भारत के विदेश मंत्री से इस संबंध में बात की कि भारत सोवियत संघ और रूस से सुरक्षा सहायता उस समय से ले रहा जब अमेरिका और भारत के रिश्ते ज्यादा मजबूत नहीं थे. अब, निश्चित रूप से समय बदल गया है और हम भारत के साथ रक्षा क्षेत्र में अधिक से अधिक सहयोग करने के लिए उत्सुक हैं.

ये भी पढ़े…

मां ने अपनी ही 2 माह की बेटी को गला घोट ओवन में डालाा, वजह बेहद शर्मनाक

बीरभूम में हुई हिंसा पर बीजेपी, कांग्रेस और माकपा के सुर हुए एक, ममता बनर्जी ने दिया ये जवाब

लालू यादव को दिल्ली एम्स में भर्ती करने से इनकार! रांची वापस लौटेंगे राजद प्रमुख

 

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

- Advertisment -
Google search engine

ताजा खबर

Recent Comments