Monday, December 11, 2023
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Jammu Kashmir: गिलानी की मौत पर पाकिस्तान में राष्ट्रीय शोक ने खोली अलगाववादियों की पोल

स्टोरी हाईलाइट्स
अलगाववादी नेता गिलानी की मौत
गिलानी की मौत पर पाकिस्तान ने झुकाया झंडा
गिलानी के निधन पर क्यों रोया पाकिस्तान

जम्मू कश्मीर(Jammu Kashmir) में आतंकियों के मंसूबों को फैलाने में जुटे हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Geelani) का निधन हो गया।  वह 91 साल के थे।  तहरीक-ए-हुर्रियत (Tehreek-e-Hurriyat)  के संस्थापक गिलानी के बुधवार दोपहर तबीयत बिगड़ गई थी।  जिसके बाद श्रीनगर स्थित उनके आवास पर ही उनकी मौत हो गई।  गिलानी की मौत पर कई राजनीतिक दलों ने शोक व्यक्त किया है।  वहीं पाकिस्तान ने गिलानी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए जहर उगला है।  प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तान के झंडे को झुकवाया है।  साथ ही पाकिस्तान में एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया है।

इमरान ने झुकवाया पाकिस्तान का झंडा- Jammu Kashmir

अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन पर पाकिस्तान ने जहर उगलना शुरू कर दिया है।  प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिलानी के निधन पर पाकिस्तान का झंडा आधा झुकवाने का ऐलान किया है।  साथ ही पूरे देश में एक दिन का आधिकारिक शोक मनाया जाएगा।

अलगाववादियों के प्रति इमरान का दर्द आया सामने

इमरान खान ने भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए ट्वीट किया ‘कश्‍मीरी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं।  गिलानी जीवनभर अपने लोगों और उनके आत्‍मनिर्णय के अधिकार के लिए लड़ते रहे।  भारत ने उन्‍हें कैद करके रखा और प्रताड़ित किया। हम पाकिस्‍तान में उनके संघर्ष को सलाम करते हैं और उनके शब्‍दों को याद करते हैं।  हम पाकिस्‍तानी हैं और पाकिस्‍तान हमारा है।  पाकिस्‍तान का झंडा आधा झुका रहेगा और हम एक दिन का आधिकारिक शोक मनाएंगे।’

गिलानी की मौत पर क्यों रोया पाकिस्तान ?

गिलानी की मौत पर पाकिस्तान ने जहर उगलना शुरू कर दिया है।  पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद शाह कुरैशी ने विवादित बयान दिया है।  उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘पाकिस्तान कश्मीर स्वतंत्रता आंदोलन के मशाल वाहक सैयद अली शाह गिलानी के नुकसान पर शोक व्यक्त करता है। भारतीय कब्जे की नजरबंदी में रहते हुए शाह साहब ने अंत तक कश्मीरियों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।  उनकी आत्मा को शांति मिले और उनकी आजादी का सपना सच हो सके।’

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पाकिस्तान ने दिया था सर्वोच्च नागरिक सम्मान

भारत विरोधी बयानों के लिए मशहूर रहे गिलानी को पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा था।  गिलानी जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के सोपोर से तीन बार विधायक रहे हैं।  वह हुर्रियत कांफ्रेंस के संस्थापक सदस्य थे, लेकिन वह उससे अलग हो गए थे।  गिलानी ने वर्ष 2000 की शुरुआत में तहरीक-ए-हुर्रियत का गठन किया था।  गिलानी ने पिछले साल जून में राजनीति को अलविदा कह दिया था।

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