Tuesday, December 5, 2023
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Paralympics में भारत को दूसरा गोल्ड, सुमित आंतिल ने ‘गोल्डन भाला’ फेंक रचा इतिहास

स्टोरी हाईलाइट्स
Paralympics में भारत को दूसरा गोल्ड
भाला फेंककर सुमित ने रचा इतिहास
BSF के जवान को गंवाना पड़ा कांस्य पदक

टोक्यो ओलंपिक (Paralympics) में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। सोमवार सुबह अवनि लेखारा ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था, तो वहीं दोपहर आते-आते भारत ने एक औऱ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।  भारतीय भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल (Sumit Antil) ने देश को एक और गोल्ड मेडल दिलाया है।  पहली बार पैरालंपिक खेलों में खेलते हुए सुमित ने जेवलिन थ्रो के F-64 इवेंट के अपने दूसरे प्रयास में 68.08 मीटर का थ्रो किया और विश्व रिकॉर्ड बना दिया।

Paralympics में सुमित ने फेंका गोल्डन भाला

जैवलीन थ्रो सुमित आंतिल ने सोमवार को गोल्डन भाला फेंककर इतिहास रच दिया।  सुमित ने पहले प्रयास में 66.96 जबकि,  दूसरे प्रय़ास में 66.95 मीटर दूर भाला फेंका जो एक रिकॉर्ड बन गया है।  एफ64 के इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही पैरालंपिक में गोल्डन भाला फेंककर अपने शहर पानीपत सहित देश का नाम रोशन किया है।  बता दें कि सुमित से पहले अवनि लेखारा देश को स्वर्ण पदक दिलाया था।

बचपन में गंवाना पड़ा था एक पैर

देश को दूसरा गोल्ड दिलाने वाले हरियाणा (Haryana) के पानीपत के रहने वाले सुमित आंतिल (Sumit Antil) जब सात साल के थे।  तब एयरफोर्स में तैनात पिता रामकुमार की बीमारी से मौत हो गई थी।  सर से पिता का साया उठने के बाद मां निर्मला ने हर दुख सहन करते हुए चारों बच्चों का पालन पोषण किया।  सुमित की मां के मुताबिक वह जब 12वीं क्लास की ट्यूशन पढ़कर बाइक से आ रहा था तब सीमेंट से लदे एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। जिसमें सुमित को अपना एक पैर गंवाना पड़ा था।

गृह मंत्री ने दी बधाई

गृहमंत्री अमित शाह ने सुमित अंतिल की कामयाबी पर बधाई दी है।  शाह ने ट्वीट किया, “एक स्वर्णिम व अविस्मरणीय दिन… सुमित अंतिल पैरालंपिक में आपकी इस असाधारण उपलब्धि ने पूरे विश्व में तिरंगे की शान को और बढ़ाया है।  गोल्ड मेडल के लिए बहुत-बहुत बधाई।”

यह भी पढ़ें- Tokyo Paralympics 2021 में भारत ने रचा इतिहास, महिला शूटर अवनि लेखारा ने जीता गोल्ड

BSF के जवान को गंवाना पड़ा कांस्य पदक

BSF के 41 साल के जवान विनोद कुमार ने रविवार को कांस्य पदक हासिल किया था।  लेकिन अब ये पदक उनसे वापस ले लिया गया है।  दरअसल, एथलीट विनोद कुमार (Vinod Kumar) ने सोमवार को टूर्नामेंट के पैनल द्वारा विकार के क्लालिफिकेशन निरीक्षण में ‘अयोग्य’ पाए जाने के बाद पैरालंपिक की पुरुषों की एफ52 स्पर्धा का कांस्य पदक गंवा दिया है।  इसी के साथ भारत के हाथ से एक मेडल निकल गया है।

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