नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आज प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने उनसे National Herald Case में करीब तीन घंटे पूछताछ की गई है. जिसके बाद उन्हे लंच ब्रेक दिया गया. खबरों के अनुसार धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 50 के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज किया जा रहा है. जिसको लेकर देशभर में कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. National Herald Case में ED के सामने पेश होने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय तक मार्च निकाला.
हम खड़े हैं अपनों के साथ, क्योंकि ये लड़ाई साझी है।
पुलिस हिरासत में लिए गए नेताओं से मिलने पहुंची कांग्रेस महासचिव @priyankagandhi जी।#IndiaWithRahulGandhi pic.twitter.com/fT5k8p1bQc
— Congress (@INCIndia) June 13, 2022
National Herald Case में पूछताछ से कांग्रेस का प्रदर्शन
वहीं पार्टी के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाने से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं औऱ कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने और सहयोगी दलों ने इसको लेकर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है. इस मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अब 23 जून को पेश होना है. सोनिया अभी कोरोना संक्रमित हैं और अस्पताल में भर्ती हैं.
हम ईडी मामलों के विशेषज्ञ
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के नेताओं ने कहा ईडी को ऐसी ‘मशीन गन’ जिसका बारूद कभी खत्म नहीं होता. विपक्षी नेताओं पर उसका वार होता रहता है. कांग्रेस पार्टी की बात करें तो ईडी के नोटिसों की भरमार ने इन नेताओं को ‘प्रवर्तन निदेशालय’ मामलों का ‘विशेषज्ञ’ बना डाला है.
पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने कहा, मुझे ईडी के नोटिस सबसे ज्यादा बार मिले हैं. मैं ईडी के मामलों में कांग्रेस का विशेषज्ञ हूं. वहीं दिग्विजय सिंह बोले, मोदी जब डरते हैं तो ईडी को आगे कर देते हैं.
बीजेपी का पलटवार
नेशनल हेराल्ड मामले पर कांग्रेस नेताओं के वार का जवाब देते हुए हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, जो खुद को सबसे पुराना राजनीतिक दल कहते हैं आज वो लोकतंत्र को बचाने का नहीं 2,000 करोड़ रुपए की गांधी परिवार की संपत्ति को बचाने का काम कर रहे हैं. ये सब अपने आप में प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है और लगता है कि दाल में कुछ काला है या फिर पूरी दाल ही काली है. समय-समय पर कांग्रेस पार्टी संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह खड़े करती रही और जिन्होंने लंबे समय तक देश पर राज किया और जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं आज वो जांच एंजेसियों से डर रहे हैं. क्या छिपाना चाहते हैं?
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