श्री काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट का देखा प्रजेंटेशन
गृहमंत्री Amit Shah ने वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन किए। बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के बाद उन्होंने निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ धाम का एक प्रेजेंटेशन देखा। गृहमंत्री अमित शाह के साथ इस मौके पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सीएम योगी के साथ गृहमंत्री अमित शाह ने गर्भगृह में जाकर बाबा श्री काशी विश्वनाथ का विधि विधान से पूजा-अर्चना की।
गृहमंत्री Amit Shah विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट देखा
श्री काशी विश्वानाथ की पूजा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Amit Shah को अंगवस्त्रम्, रुद्राक्ष की माला और पीतल का शंख देकर सम्मानित किया। इसके बाद गृहमंत्री ने अतिथि कक्ष में मंदिर के शासन द्वारा तैयार की गई एक पीपीटी को देखा। इस पीपीटी में मंदिर के निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी थी। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री को बताया कि श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए मंदिर परिसर, मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोग शाला, यूटिलिटी बिल्डिंग, सुरक्षा भवन बनाया जा रहा है। इसमें से अधिकतर कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण में 7 पत्थरों का इस्तेमाल
श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को जलासेन घाट से जोड़ने का कार्य चल रहा है। इस कार्य में सात तरह के विशेष पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें बालेश्वर स्टोन, मकराना मार्बल, कोटा ग्रेनाइट और मैडोना स्टोन का मुख्य रूप से इस्तेमाल हो रहा है। यह आने वाले दिनों में देसी और विदेशी पर्यटकों आकर्षित करेगा।
अगस्त तक पूरा हो जाएगा निर्माण
बाबा काशी धाम के प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन अगस्त तक है। उम्मीद की जा रही है कि यह कार्य तय डेडलाइन पर पूरा कर लिया जाएगा। क्योंकि मंदिर का ढांचा तैयार हो चुका है बस फिनिशिंग का काम बाकी है। यहां का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। जलासेन घाट से बाबा दरबार को जोड़ने वाले कॉरिडोर की भव्यता भी निखरकर सामने आने लगी है।
पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की आधारशिला पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को रखी थी। फिलहाल कॉरिडोर के निर्माण में हर पहलू का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस कॉरिडोर को मकराना मार्बल समेत सात तरीकों के पत्थर से तैयार किया जा रहा है। अभी मकराना पत्थरों के लिए काम चल रहा है।