जम्मू-कश्मीरः जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में ग्रामीण बैंक प्रबंधक के की हत्या के 12 घंटे के भीतर आतंकियों ने एक और वारदात को अंजाम दे दिया. जिसमें एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत स्थिर बताई जा रही है. घटना के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. बीते 26 दिन में दहशतगर्दो ने 10 टारगेट किलिंग को अंजाम दिया है. जिससे घाटी में दहशत काफी बढ़ गयी है और हिंदू-पंडित परिवार घाटी छोड़कर जा रहे है. गुरूवार की देर रात श्रीनगर एअरपोर्ट पर हिंदु परिवार भारी संख्या में इकट्ठा हो रहे है. इनमें से ज्यादातर वो लोग शामिल है जो दूसरे राज्यों से है.
बिहार और पंजाब के थे दोनों मजदूर
पुलिस के अनुसार जिले के खांडा माग्रेपोरा इलाके में स्थित ईंट भट्ठे पर दो गैर कश्मीरियों को निशाना बनाकर पहुंचकर आतंकियों ने गोली मार दी. और मौके से फरार हो गए. गंभीर हालात में उन दोनों को श्रीनगर स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां एक ने दम तोड़ दिया और दूसरे की हालात स्थिर बताई जा रही है. इसमें एक की पहचान बिहार के दिलखुश के रूप में हुई जिसकी मौत हो गई. वहीं दूसरा पंजाब के गुरदासपुर निवासी गोरिया है जो गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद आतंकी मौके से भाग निकले. घटना के बाद सुरक्षा बलों के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की.
कश्मीरों पंडितो ने की बैठक
गौरलतब है कि सुबह ही आतंकियों ने बडगाम में ही गुरूवार को एक बैंक कर्मी को गोली मारी थी, जिसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बैंक प्रबंधक विजय कुमार की हत्या को लेकर घाटी में कश्मीरी पंडितों ने एक आपात बैठक कर तीन बड़े फैसले लिए हैं.अलग-अलग ट्रांजिट कैंप से आए कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर अल्पसंख्यक फोरम के बैनर तले बैठक की। इसमें बैंक अधिकारी विजय कुमार सहित सभी टारगेट किलिंग हमलों की निंदा की गई और इन्हें कायराना कृत्य करार दिया गया.
बैठक में तीन मुख्य फैसले लिए गए हैं।
कश्मीरी पंडितों ने घाटी में जारी सभी जगहों पर विरोध प्रदर्शनों को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. इस दौरान उन्होंने कहा कि घाटी में सभी अल्पसंख्यकों के सामने सरकार ने कोई विकल्प नहीं छोड़ा है. ऐसे में वे शुक्रवार सुबह घाटी से बाहर पलायन करेंगे. फोरम ने घाटी में सभी प्रदर्शनकारियों से आह्वान किया है कि वे सभी नवयुग टनल के पास एकत्रित हों और यहां पर आगे की कार्यनीति तय करेंगे.
इन लोगों के दहशतगर्दों ने बनाया निशाना
7 मई: कांस्टेबल गुलाम हसन डार
9 मई: शाहिद गनी डार
12 मई: राहुल भट्ट
12 मई: कांस्टेबल रियाज अहमद
17 मई: रंजीत सिंह
24 मई: कांस्टेबल सैफुल्ला कादरी
25 मई: अमरीन भट्ट
31 मई: रजनी बाला
2 जून: विजय कुमार
2 जून: दिलखुश
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