Friday, December 1, 2023
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Emergency Landing Field: पाकिस्तानी बॉर्डर से 40 किलोमीटर की दूरी पर गरजे भारतीय विमान

स्टोरी हाईलाइट्स
नेशनल हाइवे पर उतरे लड़ाकू विमान
पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक है हवाई पट्टी
पहली बार राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुखोई की लैंडिंग

भारत अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लगातार मजबूत कर रहा है।  आज भारत ने इसी कड़ी में एक और इतिहास रच दिया। राजस्थान के जालोर में आज भारतीय विमानों ने एक नई दिशा में उड़ान भरते हुए इतिहास रच दिया है।  दरअसल, राजस्थान के जालोर में बने राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी फील्ड लैंडिंग (Emergency Landing Field) का आज उद्घाटन हुआ।  पहली बार किसी सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान को राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतारा गया है।  यह राष्ट्रीय राजमार्ग पाकिस्तान सीमा से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर बना है।

Emergency Landing Field से पाकिस्तान की आएगी शामत

राजस्थान (Rajasthan) के जालोर में एनएच 925 A पर आज भारतीय विमानों ने लैंडिंग की।  यह देश का पहला ऐसा नेशनल हाइवे है, जोकि पाकिस्तान बॉर्डर से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर है।  इस हवाई पट्टी की लंबाई 3 किलोमीटर है।  जिसका उद्धाटन आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

आपात लैंडिंग फील्ड  (Emergency Landing Field) का उद्घाटन करते हुए राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है।  पहले सड़क पर वाहन चला करते थे, लेकिन 21वीं सदी में सड़क पर भी विमान उतरेंगे।  भारत किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।  उन्होंने कहा कि ”भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सेना की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने के लिए देश में कई स्थानों पर इस प्रकार की इमर्जेंसी लैंडिंग फील्ड का निर्माण किया जा रहा है।  इस अवसर पर सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत मौजूद रहे।

पहली बार राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुखोई की लैंडिंग

बुधवार को बाडमेर (Barmer) जिले में विमानों के गड़गड़ाहट की आवाजें गूंजती रहीं।  वायुसेना ने जालोर के अड़गावा में नेशनल हाइवे पर बनाई गई  हवाई पट्टी पर अपना पहला रिहर्सल किया।  इस दौरान तीन फाइटर विमान उतारे गए। पहली बार किसी सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान को राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतारा गया है।  इस दौरान एसयू-30 एमकेआई, सुपर हरक्यूलिस एंड जगुआर फाइटर विमानों का फ्लाईपास्ट हुआ।  बता दें कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए 24 महीने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का निर्माण 19 महीनों के भीतर ही कर लिया गया। इस पट्टी को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है।

जब लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर उतरे थे विमान

नेशनल हाईवे पर विमानों की लैंडिंग इससे पहले भी हो चुकी है।  साल 2017 में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे (Agra – Lucknow Expressway) पर भारतीय वायुसेना के विमानों ने मॉक लैंडिंग की थी।  ये लैंडिंग यह दिखाने के लिए की गई थी, कि ऐसे राजमार्गों का उपयोग वायुसेना के विमानों द्वारा आपात स्थिति में उतरने के लिए किया जा सकता है।

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बता दें कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे का निर्माण अखिलेश यादव ने कराया था।  यह एक्सप्रेस वे यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का ड्रीम प्रोजेक्ट था।  यह एशिया का सबसे लंबा नेशनल राजमार्ग है।

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