स्टोरी हाइलाइट्स
कृषि मंत्री के बयान पर विवाद
बिल को नया रूप देने की कही था बात
राकेश टिकैत ने दी चेतावनी
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा किसान बिल को लेकर दिए गए बयान पर विवाद छिड़ गया है. जिसको पर किसान नेता राकेश टिकैत ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा कि, आंदोलन अभी सिर्फ स्थगित हुआ है. ना ही किसान कहीं गए है, ना सरकार कहीं गई है.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा था की…
बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री के बयान ने सबका ध्यान अपनी तरफ खीचं लिया, महाराष्ट्र के नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कृषि कानून को लेकर कृषि मंत्री तोमर ने कहा था कि, देश भर में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिए गया है और अब इसे नया रूप दिया जा सकता है. हम इससे निराश नहीं है. ‘हमने तो एक ही कदम तो पीछे खींचा है, फिर आगे बढ़ेंगे. क्योंकि किसान भारत की रीढ़ हैं.’
केंद्रीय कृषि मंत्री ने आज दी सफाई
इसके बाद कृषि मंत्री के इस बयान को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रिया सामने आ लगी. इस तरह के सवाल भी उठने लगे की क्या सरकार फिर से कृषि कानून लाने वाली है.? हालांकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि, कृषि सुधार कानून दोबारा से लाने का सरकार का कोई विचार नहीं है. मेरे शब्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके उसकी गलत दिशा विकसित की जा रही है. मैंने ये कहा कि कृषि सुधार कानून की दृष्टि से हम पीछे हटे हैं लेकिन किसान की भलाई के लिए भारत सरकार लगातार आगे बढ़ती रहेगी.
राकेश टिकैत ने दी चेतावनी
वहीं किसान नेता ने इस मामले पर चेतावनी देते हुए कहा कि, ना ही किसान कहीं गए है, ना सरकार कहीं गई है। अब किसानों के आंदोलन के लिए 13 महीने की ट्रेनिंग होगी। संयुक्त किसान मोर्चा कोई चुनाव नहीं लड़ रहा है। 15 जनवरी को हमारी बैठक है। आंदोलन अभी सिर्फ स्थगित हुआ है, जो किसान गए हैं वो 4 महीने की छुट्टी पर गए हैं.
हम एक कदम पीछे हटे हैं, फिर आगे बढ़ेंगे नागपुर में कृषि मंत्री का यह बयान देशभर के किसानों के साथ छल वाला और देश के प्रधानमंत्री को भी नीचा दिखाने वाला है। भाकियू ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान की घोर निंदा करती है। स्मरण रहे किसानों के लिए दिल्ली दूर नहीं।#FarmLaws @ANI @PTI_News pic.twitter.com/GOEGB5IT48
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) December 26, 2021
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