नई दिल्ली हरियाणा के हिसार जिले के खेदड़ में ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प में एक किसान की मौत की खबर है। पुलिस वालों समेत कई प्रदर्शनकारियों के घायल होने की भी सूचना है। पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया। झड़प में प्रदर्शनकारियों और पुलिस दोनों को चोट आई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बता दें कि 86 दिन से खेदड़ पावर प्लांट के सामने ग्रामीणों का धरना चल रहा है। शुक्रवार को ग्रामीण रेलवे ट्रैक को जाम करने जा रहे थे। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर ग्रामीणों को रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान झड़प हो गई।
झड़प के पीछे राख का विवाद
दरअसल, पूरा विवाद खेदड़ थर्मल प्लांट की राख को लेकर हुआ। पिछले 86 दिन से ग्रामीण किसान धरनारत हैं। वह पवार प्लांट से निकलने वाली राख की मांग कर रहे थे। किसानों का कहना है कि राख से आसपास के क्षेत्रों में बीमारी फैलती है। राख बेचकर मुनाफा कंपनी कमाती है। जबकि यह राख किसानों को मिलनी चाहिए। बता दें कि इस राख का इस्तेमाल सड़क निर्माण में होता है। कंपनी इसे बेचकर मुनाफा कमाती है।
घटनाक्रम
- खेदड़ थर्मल की राख पर विवाद
- थर्मल का रेलवे ट्रेक जाम करने जा रहे ग्रामीण पुलिस से भिड़े
- बैरिकेड्स तोड़ आगे बढ़ने पर हुआ विवाद
- प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
- पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले भी दागे
- झड़प में कई प्रदर्शनकारियों और पुलिस को आईं चोटें
- डीसी डॉ. प्रियंका सोनी और एसपी लोकेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे
- घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
- 86 दिन से खेदड़ पावर प्लांट के सामने चल रहा था ग्रामीणों का धरना
- किसानों की महापंचायत का भी आज आयोजन किया गया
- किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत कई किसान नेता भी पहुंचे थे