केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया पेश
विपक्ष ने किया जमकर हगांमा
लोकसभा में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय विश्वविद्यालय विधेयक-2021 (Amendment Bill) पेश किया है। इस विधेयक के तहत लद्दाख में एक विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रावधान है। इस विधेयक को पेश करने के दौरान विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने कहा कि जबतक सदन सही तरीके से नहीं चलेगी, तबतक किसी तरह का बिल पेश नहीं किया जाएगा।
Amendment Bill पेशी के दौरान विपक्ष का जमकर हगांमा
संसद में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा जब केंद्रीय विश्वविद्यालय विधेयक- 2021 (Amendment Bill) पेश किया जा रहा था तो विपक्षी नेताओं ने जमकर हगांमा किया। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस विधेयक को लेकर कहा कि संसद में तब तक किसी बिल के विषय पर बात नहीं हो सकती जब तक कि संसद सही से नहीं चलने लगती। फिलहाल जो कुछ भी हो रहा है ये असंवैधानिक है, यह लोकतंत्र की हत्या है।
सिंधु नदी के नाम पर है लद्दाख में प्रस्तावित यूनिवर्सिटी
सिंधु नदी के नाम पर लद्दाख में प्रस्तावित यूनिवर्सिटी का नाम है। सिंधु नदी पाकिस्तान और भारत दोनों में बहती है। केंद्र सरकार ने बहुत सोच समझकर इस यूनिवर्सिटी का नाम चयन किया है जो न केवल लद्दाख बल्कि गिलगिट-बाल्टिस्तान और कश्मीर समेत जम्मू-कश्मीर का भी प्रतिनिधित्व करे।
सबसे पहले लद्दाख को मिलेगी सेंट्रल यूनिवर्सिटी
केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख में केंद्रीय विश्वविद्यालय एक भी नहीं है। यही वजह है कि केंद्र सरकार ने लद्दाख संघ राज्य क्षेत्र में एक नया केंद्रीय विश्वविद्यालय बनवाने का निश्चय किया है। इसी के तहत यह विधेयक पेश किया गया है।
विधेयक के उद्देश्यों में क्या है ?
संसद में पेश हुए इस विधेयक के उद्देश्यों में कहा गया है कि इससे केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख के क्षेत्र में उच्च शिक्षा की पहुंच होगी। वहां शिक्षा की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जा सकेगा। इस विधेयक के उद्देश्यों में यह भी कहा गया है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021 दूसरी बातों के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 में संशोधन करने के लिए है।