नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को सोमवार को गिरफ्तार किया. वहीं कोर्ट ने भी दिल्ली पुलिस की एक दिन की पुलिस रिमांड की अर्जी स्वीकर करने के बाद जुबैर को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा दिया गया है.गौरतलब है कि जुबैर पर धर्म विशेष की भावना आहत करने का आरोप है. उन पर पिछले सप्ताह मामला दर्ज किया गया था. आईएफएसओ के पुलिस अधिकारियों का कहना था कि आरोपी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है.
धर्म विशेष का जानबूझकर अपमान करने का आरोप
दिल्ली स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मोहम्मद जुबैर ने एक विशेष धर्म के भगवान की जानबूझकर अपमान करने के उद्देश्य से आपत्तिजनक तस्वीर पोस्ट की थी. उनके ट्वीट को री-ट़्वीट किया जा रहा था. उनके अनुयायियों व सोशल मीडिया संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर ट्वीट को फैलाना शुरू कर दिया.
आपको बता दे कि जुबैर पर ये कार्रवाई एक पुरानी फिल्म का स्क्रीनशॉट ट्वीट करने पर हुई . ये स्क्रीनशॉट ऋषिकेश मुखर्जी के डायरेक्शन में 1983 में आई फिल्म ‘किसी से ना कहना’ के एक सीन का जो उन्होंने 2018 में ट्वीट कि थी.
पुलिस ने सहयोग ना करने का लगाया आरोप
दिल्ली की स्पशेल पुलिस के अनुसार सोमवार को मोहम्मद जुबैर को पूछताछ के लिए द्वारका स्थित आईएफएसओ के कार्यालय बुलाया गया था. पूछताछ में उनके ट्वीट को आपत्तिजनक पाया गया. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (ऐसा कार्य जिससे माहौल बिगडने और उपद्रव होने की आशंका हो) और धारा 295 (किसी समाज द्वारा पवित्र माने वाली वस्तु का अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी न पूछताछ में सहयोग कर रहा है और न ही अपना मोबाइल व लैपटॉप दे रहा है. मोबाइल व लैपटॉप की जांच के बाद पता लगेगा कि आरोपी ने विवादास्पद ट्वीट कब किया था और अभी तक कितने ट्वीट किए हैं.
राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने कि निंदा
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई दिग्गजों ने इस कार्रवाई पर पुलिस की निंदा की है. राहुल गांधी ने मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, ‘‘भाजपा की नफरत, कट्टरता और झूठ को बेनकाब करने वाला हर व्यक्ति उनके लिए खतरा है. सच की एक आवाज को गिरफ्तार करने से एक हजार और आवाजें उठेंगी. सच्चाई की हमेशा निरंकुशता पर हमेशा विजय होती है.’’
वहीं अखिलेश यादव ने शायराने अंदाज में ट्वीट कर लिखा कि, अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौदागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफ़रत का ज़हर उगलने वाले.
अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौदागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफ़रत का ज़हर उगलने वाले pic.twitter.com/JY7NlaCGUM
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 27, 2022
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