नई दिल्लीः देशभर में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध के चलते केंद्रीय महकमें बैठकों का सिलसिला लगातार जारी है, बीते दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक की थी. वहीं रविवार को इस योजना को लेकर सेना की प्रेस वार्ता शुरू हो गई है. इस दौरान अग्निपथ योजाना में कुछ बड़े एलान होने की उम्मीद है. लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना में वायुसेना में जाने वाले अग्निवीरों के लिए क्या-क्या बदलाव हुए है, चलिए आपको बताते है.
वायुसेना ने जारी किया विवरण
रविवार को भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती करने के लिए विवरण जारी किया है. इस विवरण में वायुसेना ने बताया है कि अग्निपथ सशस्त्र बलों के लिए एक नई मानव संसाधन प्रबंधन योजना है. इस योजना के माध्यम से शामिल किए गए उम्मीदवारों को अग्निवीर कहा जाएगा. इनकी भर्ती वायुसेना अधिनियम 1950 के तहत चार वर्षों के लिए की जाएगी. देश के सभी हिस्सों से उम्मीदवारों को अग्निवीर के रूप में नामांकित करने का प्रयास किया जाएगा.
वायुसेना अग्निवीरों के लिए रहेगी ये आयु-सीमा
इस भर्ती में 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे. यह भर्ती चार सालों के लिए होगी. इसके बाद परफॉर्मेंस के आधार पर 25 फीसदी कर्मियों को वापस से रेगुलर कैडर के लिए नामांकित किया जाएगा. बता दें कि उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों में आगे नामांकन के लिए चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा. चयन सरकार का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा. मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी सेवा की अवधि पूरी कर ली है.
प्रमुख बातें-:
- चार साल के लिए वायुसेना में भर्ती.
- हर साल 30 दिन की छुट्टी मिलेगी.
- सिक लीव भी मिलेगा.
- हर महीने 30 हजार की सैलरी.
- हर साल इन्क्रीमेंट.
- रिस्क, ट्रेवल, ड्रेस और हार्डशिप अलाउंस.
- कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा.
- चार साल के बाद अग्निवीरों को 10.04 लाख सेवा निधि के रूप में.
- असम राइफल्स और सीएपीएफ में नौकरियों में वरीयता.
- शहादत पर परिवार को बीमा समेत करीब एक करोड़ की राशि.
- विकलांगता पर एक्स-ग्रेशिया और बची हुई नौकरी की सैलरी और सेवा निधि.
- वायुसेना की गाइडलाइंस के अनुसार ऑनर और अवॉर्ड.