बारिश के बाद चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफान पर आ चुकी है। जिसकी वजह से यहां पर बाढ़ (Flood) आ चुकी है। बाढ़ के हालात को देखते हुए जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करना शुरू कर दिया है। इस दौरान सदर SDM पूजा यादव ने जिला मुख्यालय से रामघाट तक बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। उनके साथ चित्रकूट के तहसीलदार संजय अग्रहरी भी मौजूद थे।
Flood का पानी घरों, दुकानों में घुसा
मंदाकिनी नदी में आई भीषण बाढ़ के चलते रामघाट की सभी दुकानें चपेट में आ गई हैं। जिससे दुकानदारों का काफी सामान पानी में डूब गया है और उसे दुकानदारों का नुकसान हुआ है । जबकि रामघाट में शिव मंदिर के पास ही एक पुरानी दीवार गिरने से पिता-पुत्र भी घायल हो गए हैं। बाढ़ की इस स्थिति को देखतेहुए शिव मंदिर के पुजारियों ने भी शिव भक्तों को घरों में ही रहकर शिवजी की पूजा करने की अपील की है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों से हटाने के निर्देश
हालात की भयावहता को देखते हुए SDM पूजा यादव ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने सीतापुर चौकी पुलिस की तैनाती की है। साथ ही पुलिस को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि बाढ़ पीड़ितों को रैन बसेरों और धर्मशालाओं में रहने, खाने-पीने की व्यवस्था की जाए।
दूसरी सोमवारी को लोगों ने की घर में पूजा
आज सावन की दूसरी सोमवारी है। आमतौर पर मंदाकिनी नदी के रामघाट में महाराजाधिराज मतगजेंद्रनाथ शिव मंदिर में लोगों की भीड़ उमड़ती है। लेकिन बाढ़ को देखते हुए शिव मंदिर के पुजारी की अपील को मानते हुए लोगों ने घरों से ही शिवजी की पूजा की।
अभी भी बढ़ रहा जलस्तर
चित्रकूट में अभी भी मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि जिले में जलस्तर अभी और बढ़ेगा। साथ ही इस बारिश की वजह से मंदाकिनी नदी में और अधिक बाढ़ आने की संभावना है। लोगों ने जिला प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजाम को नाकाफी बताया है।