कोरोना (Corona Vaccine) के मामले में रोजाना नए नए रिसर्च सामने आ रहे हैं। इन शोधों में कई तरह के दावे भी किए जा रहे हैं। जिनमें कई बिल्कुल सटीक बैठते हैं तो कई कमोबेश सही हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद लोगों में कई तरह की भ्रांतिया चल रही हैं। इसी बारे में अमेरिका के सेंटर फॉर डिजिस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के वैज्ञानिकों ये दावा किया है। अगर कोई एक बार कोरोना से संक्रमित हो जाता है और कोरोना का वैक्सीन नहीं लेता। तब उनमें कोरोना वायरस से संक्रमण होने का खतरा दोगुना होना जाता है।
Corona Vaccine पर अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
Corona Vaccine लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी मददगार सबित हो रही है। अमेरिका की सेंटर फॉर डिजिस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के वैज्ञानिकों ने सभी से ये आग्रह किया है कि सभी Corona Vaccine की डोज जरूर लें। क्योंकि डेल्टा वैरिएंट का खतरा बढ़ रहा है। इस वैरिएंट से खासकर उनलोगों को ज्यादा खतरा है जो लोग पहले से ही कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका की इस रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया कि कोरोना वैक्सीन से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रहे हैं। जिससे लोगों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से लड़ने में सुरक्षा मिल रही है।
छह महीने के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अपनी इस रिसर्च की रिपोर्ट छह महीनों के आंकड़ों के आधार पर पेश की है। इसी आधार पर यूएस हेल्थ अधिकारियों ने भी ब्रिटेन के आंकड़ों की जांच की। जिसके आधार पर उन्होंने इस बात के आसार जताए हैं कि अगर कोई शख्स पिछले छह महीने के भीतर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। तब उनमें अल्फा वेरिएंट की तुलना में डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
CDC डायरेक्टर रोशेल की अपील
इस मामले में CDC डायरेक्टर रोशेल वालेंस्की का कहना है कि पहले से कोरोना संक्रमित लोग कोरोना की वैक्सीन जरूर लें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन लगवाना अपने और दूसरों की सुरक्षा का सबसे बेहतर तरीका है। यह वैक्सीन उस समय और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। जब देश में कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा हो।